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यूएन दिवस: सभी के लिये बेहतर दुनिया
20 Oct 2020 - प्रिय मित्रो,
संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगाँठ एक वैश्विक महामारी के दौर में आई है. हमारा संस्थापना मिशन, पहले से कहीं ज़्यादा स्पष्ट है.
मानव गरिमा को बढ़ावा देना.
मानवाधिकारों की हिफ़ाज़त करना.
अन्तरराष्ट्रीय क़ानून का सम्मान करना.
और मानवता को युद्ध से बचाना.
जब महामारी शुरू हुई थी, मैंने एक वैश्विक युद्धविराम का आहवान किया था.
आज हमारी दुनिया में, हमारा एक साझा दुश्मन है: कोविड-19.
वैश्विक युद्धविराम हासिल करने के लिये शान्ति की ख़ातिर प्रयास बढ़ाने का अभी बिल्कुल सही समय है.
हमें अपने ग्रह के साथ भी शान्ति का रिश्ता क़ायम करना होगा.
जलवायु संकट ने जीवन को ही ख़तरे में डाल दिया है.
हमें वर्ष 2050 तक ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन में कार्बन निष्पक्षता की स्थिति हासिल करने के लिये पूरी दुनिया को सक्रिय करना होगा.
बहुत से देशों और कम्पनियों ने ये लक्ष्य हासिल करने के लिये पहले ही प्रतिबद्धता ज़ाहिर कर दी है.
दुनिया भर में, हमें ग़रीबी, विषमता, भुखमरी और नफ़रत से होने वाली मानवीय तकलीफ़ें कम करने के लिये और ज़्यादा प्रयास करने होंगे – और नस्ल, धर्म, लिंग व अन्य किसी भी आधार पर होने वाले भेदभाव के ख़िलाफ़ जंग लड़नी होगी. महामारी के दौरान महिलाओं और लड़कियों के ख़िलाफ़ हिंसा में भयावह बढ़ोत्तरी देखी गई है.
हमें अब तक हुई प्रगति को आगे बढ़ाना होगा. कोविड-19 की एक सुरक्षित, किफ़ायती और सभी को उपलब्ध होने वाली वैक्सीन के लिये क़ाबिले तारीफ़ वैश्विक सहयोग बन रहा है.
टिकाऊ विकास लक्ष्य हमें पुनर्बहाली का प्रेरणादायक ब्लूप्रिण्ट मुहैया कराते हैं.
हमारे सामने विशाल चुनौतियाँ हैं. हम, वैश्विक एकजुटता व सहयोग के बल पर, इन चुनौतियों पर पार पा सकते हैं.
संयुक्त राष्ट्र इसी के लिये मौजूद है.
इस वर्षगाँठ पर, मैं, सभी जगह, लोगों से एकजुट होकर साथ आने की अपील करता हूँ.
संयुक्त राष्ट्र, ना केवल आपके साथ है...
संयुक्त राष्ट्र आपका ही है और, दरअसल आप ही संयुक्त राष्ट्र हैं: यानि “हम सब”
आइये, एक साथ, हम सब संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मूल्यों को जीवन्त रखें.
आइये, दशकों के दौरान हासिल की गई प्रगति को आगे बढ़ाएँ.
आइये, सभी के लिये एक बेहतर दुनिया का साझा सपना साकार करें.
संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगाँठ एक वैश्विक महामारी के दौर में आई है. हमारा संस्थापना मिशन, पहले से कहीं ज़्यादा स्पष्ट है.
मानव गरिमा को बढ़ावा देना.
मानवाधिकारों की हिफ़ाज़त करना.
अन्तरराष्ट्रीय क़ानून का सम्मान करना.
और मानवता को युद्ध से बचाना.
जब महामारी शुरू हुई थी, मैंने एक वैश्विक युद्धविराम का आहवान किया था.
आज हमारी दुनिया में, हमारा एक साझा दुश्मन है: कोविड-19.
वैश्विक युद्धविराम हासिल करने के लिये शान्ति की ख़ातिर प्रयास बढ़ाने का अभी बिल्कुल सही समय है.
हमें अपने ग्रह के साथ भी शान्ति का रिश्ता क़ायम करना होगा.
जलवायु संकट ने जीवन को ही ख़तरे में डाल दिया है.
हमें वर्ष 2050 तक ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन में कार्बन निष्पक्षता की स्थिति हासिल करने के लिये पूरी दुनिया को सक्रिय करना होगा.
बहुत से देशों और कम्पनियों ने ये लक्ष्य हासिल करने के लिये पहले ही प्रतिबद्धता ज़ाहिर कर दी है.
दुनिया भर में, हमें ग़रीबी, विषमता, भुखमरी और नफ़रत से होने वाली मानवीय तकलीफ़ें कम करने के लिये और ज़्यादा प्रयास करने होंगे – और नस्ल, धर्म, लिंग व अन्य किसी भी आधार पर होने वाले भेदभाव के ख़िलाफ़ जंग लड़नी होगी. महामारी के दौरान महिलाओं और लड़कियों के ख़िलाफ़ हिंसा में भयावह बढ़ोत्तरी देखी गई है.
हमें अब तक हुई प्रगति को आगे बढ़ाना होगा. कोविड-19 की एक सुरक्षित, किफ़ायती और सभी को उपलब्ध होने वाली वैक्सीन के लिये क़ाबिले तारीफ़ वैश्विक सहयोग बन रहा है.
टिकाऊ विकास लक्ष्य हमें पुनर्बहाली का प्रेरणादायक ब्लूप्रिण्ट मुहैया कराते हैं.
हमारे सामने विशाल चुनौतियाँ हैं. हम, वैश्विक एकजुटता व सहयोग के बल पर, इन चुनौतियों पर पार पा सकते हैं.
संयुक्त राष्ट्र इसी के लिये मौजूद है.
इस वर्षगाँठ पर, मैं, सभी जगह, लोगों से एकजुट होकर साथ आने की अपील करता हूँ.
संयुक्त राष्ट्र, ना केवल आपके साथ है...
संयुक्त राष्ट्र आपका ही है और, दरअसल आप ही संयुक्त राष्ट्र हैं: यानि “हम सब”
आइये, एक साथ, हम सब संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मूल्यों को जीवन्त रखें.
आइये, दशकों के दौरान हासिल की गई प्रगति को आगे बढ़ाएँ.
आइये, सभी के लिये एक बेहतर दुनिया का साझा सपना साकार करें.